धारा 14 ‘शाश्वतता के विरुद्ध नियम’ को बताती है | शाश्वतता क्या है ? संपत्ति का ऐसा अंतरण जो उसके पुनः अंतरण को अनिश्चित काल के लिए असंभव बना देता है | ‘शाश्वतता’ को भविष्य में दूरस्थ हितों का सृजन भी कहते है | एक ऐसी चीज़ को जी संपत्ति के स्वतंत्र संचालन को रोकती है | विधि में घृणित है, सामान्य सम्पदा की विनाशक है, वाणिज्य के लिए बाधा है, शाश्वतता है | शाश्वतता के निर्माण के पीछे के उद्देश्य यह भी है कि लोग अपने परिवार के नाम और स्वाभिमान को ऊँचा रखना चाहते हैं |
शाश्वतता का निर्माण - शाश्वतता का निर्माण