Saturday, August 29

सिविल प्रकृति के बाद

कोई बात सिविल प्राकृतिक आवाज है या नहीं यह पत्रकारों की हैसियत पर नहीं अपितु वाद की विषय वस्तु पर निर्भर करता है सिविल प्रकृति का वाद वह होता है जिसका उद्देश्य किसी नागरिक या स्वयं राज्य के विरुद्ध किसी सिविल अधिकार अथवा सिविल दायित्व को लागू करता है ऐसा अधिकार और दायित्व नागरिक के  व्यक्तिगत जीवन से संबंधित होना चाहिए

किसी वाद के सिविल प्रकृति का अवधारण करते समय मुख्यत:दो बातों पर विचार किया जाता है