Thursday, May 21

इस्लाम में विधि की संकल्पना

इस्लाम में विधि की संकल्पना निम्न है –

(1) शरियत (Shariat) – इस्लाम में कानून या विधि की दैवीय उत्पत्ति मानी जाती है, इस्लाम धर्म की मान्यता के अनुसार - केवल ईश्वर (अल्लाह ) ही सर्वोच्च विधिकार है वह मनुष्यों के सभी कार्य कलापों को विनियमित करने के लिए कानून पारित करने में सक्षम है |

अतः इस्लाम धर्म के अनुसार - विधि अल्लाह के ऐसे निर्देशो को कहा जाता है जो मनुष्य के धार्मिक, नैतिक या लौकिक कार्य-कलापों को विनियमित करता है |

(2). फ़िक़्ह (Fiqh) – फ़िक़्ह से कानून के आधुनिक अर्थ का बोध होता है | मुस्लिम विधिवेत्ताओ की मान्यता है कि मानव कार्यकलाप के लिए दैवीय सन्देश तथा पैग़म्बर की परम्पराओ द्वारा समुचित मार्गदर्शन के अभाव में कानून के किसी प्रश्न का निर्णय लेने के लिए मानव तर्क व मनुष्य के ज्ञान का प्रयोग आवश्यक है | मनुष्य के विधि के ज्ञान अथवा प्रज्ञा का ही परिभाषित नाम फ़िक़्ह है |

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